भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में हेडिंग्ले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें यशस्वी जायसवाल का पहला पारी का शतक खास रहा। लेकिन दूसरी पारी में कुछ फील्डिंग गलतियों को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हुई। खासकर स्लिप में जायसवाल द्वारा छोड़े गए कैचों को लेकर आलोचना तेज हो गई। इन चर्चाओं पर भारतीय अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक शानदार और ज्ञानवर्धक स्पष्टीकरण दिया है।
अश्विन ने ड्यूक गेंद की ‘भारी सच्चाई’ बताई
रविचंद्रन अश्विन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि इंग्लैंड की परिस्थितियों में ड्यूक गेंद को पकड़ना और उससे तालमेल बैठाना बेहद कठिन होता है। उन्होंने कहा:
“हम अक्सर यह नहीं समझते कि ड्यूक गेंद को स्लिप में पकड़ना कितना मुश्किल होता है, खासकर ठंडे मौसम में। ड्यूक की गेंद भारी, सख्त और क्षेत्ररक्षकों के लिए असहज हो सकती है। इसमें समय लगता है।“
अश्विन ने बताया कि एसजी गेंद हाथ में बेहतर फिट होती है, कूकाबुरा गेंद हल्की होती है, लेकिन ड्यूक गेंद बड़ी और कठिन होती है, जिससे कैच लेना आसान नहीं होता।
यशस्वी जायसवाल को ‘थोड़ी छूट’ दीजिए – अश्विन
अश्विन ने जायसवाल के समर्थन में आगे कहा कि,
“जायसवाल भारत के सबसे अच्छे फील्डरों में से एक हैं। उन्होंने हाल के समय में कई बेहतरीन कैच पकड़े हैं। केवल एक खराब दिन के लिए उन्हें कठघरे में खड़ा करना अनुचित होगा।“
गौरतलब है कि जायसवाल ने दूसरी पारी में तीन कैच छोड़े, जो एक पारी में किसी भी भारतीय फील्डर द्वारा छोड़े गए कैचों का रिकॉर्ड बन गया। यह सब जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी के समय हुआ, जिनके अन्य कैच भी छोड़े गए।
भारत ने गंवाए 6 कैच: फील्डिंग बनी चिंता का विषय
इस मैच में भारत ने कुल 6 स्पष्ट कैच गिराए। टेस्ट क्रिकेट में यह चिंता का विषय बन सकता है। हालांकि भारतीय टीम का प्रदर्शन अन्य क्षेत्रों में जबरदस्त रहा, लेकिन फील्डिंग में यह कमी एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई है।
ऋषभ पंत के दोहरे शतक पर अश्विन की प्रतिक्रिया: तारीफ के साथ चिंता
टेस्ट क्रिकेट में विकेट के पीछे दमदार प्रदर्शन करने वाले ऋषभ पंत ने इस मैच में दोहरा शतक लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। पंत भारत के पहले विकेटकीपर बने जिन्होंने टेस्ट में दो शतक जड़े।
अश्विन ने पंत की तारीफ करते हुए कहा:
“पंत का दोहरा शतक एक बड़ी उपलब्धि है। उनकी बल्लेबाजी शैली पर हमेशा सवाल उठे हैं, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से जवाब दिया है।“
हालाँकि अश्विन ने उनकी रणनीति पर चिंता भी जताई:
“ब्रायडन कार्स के खिलाफ स्लॉग स्वीप खेलने जैसी रणनीति प्रतिशत क्रिकेट नहीं है। लेकिन यही उनकी शैली है – आक्रामक, जोखिम भरी लेकिन असरदार।“
निष्कर्ष: प्रदर्शन पर ध्यान, नहीं केवल गलती पर
इस टेस्ट में यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत दोनों ने अलग-अलग रूपों में भारत को मजबूती दी। जायसवाल की फील्डिंग में गलतियाँ थीं, लेकिन शतक ने टीम को अच्छी शुरुआत दी। पंत ने बल्ले से इतिहास रचा, हालांकि उनकी तकनीक पर बहस जारी रहेगी।
अश्विन ने एक खिलाड़ी की समग्रता में प्रदर्शन को देखने की सलाह दी है – केवल एक गलती या एक शैली से खिलाड़ी का मूल्यांकन उचित नहीं होता।
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